विश्व पर्यावरण दिवस पर विधायक प्रदीप बत्रा ने लगाया पौधा,पार्क को लिया गोद,बोले पर्यावरण दिवस हर दिन मनाने की जरूरत।

रूड़की ।दुनिया भर में आज विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है,लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुकता और पर्यावरण की सुरक्षा करने के लिए हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है.मनुष्य का प्रकृति से अटूट सम्बंध है। प्रकृति व पर्यावरण संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी।विधायक बत्रा व समर्पण संस्था ने इस दिशा में अनेकों प्रयासों से समाज में जागृति लाने का अभूतपूर्व कार्य किया है।आज समर्पण संस्था द्वारा 151 पौधों को लगाने का कार्य किया गया।

विधायक बत्रा ने घोषणा की कि आसफ़नगर झाल पे जो पार्क है उसको वो गोद लेते हैं इसका रखरखाव व सौंदरियकरण उनके द्वारा कराया जाएगा।उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि आज के दिन हमें संकल्प लेना होगा कि हमें अगले 3 सेकेंड बाद की सांस का इंतजाम खुद करना है । उन्होंने कहा लोग कोरोना महामारी के कारण अपने आसपास के वातावरण और स्वयं को साफ रखने के प्रति जागरुक हुए हैं।विश्व पर्यावरण दिवस पर समर्पण संस्था ने जगह-जगह पौधरोपण करने के साथ ही लोगों को फलदार और छायादार पौधे बांटे। इस अवसर पर लोगों को हर वर्ष एक एक पौधा गोद लेने के लिए प्रेरित किया गया। आसफ़नगर झाल पे पौधरोपण किया गया।विधायक बत्रा ने कहा कि हर व्यक्ति को एक साल में एक पौधा गोद लेना चाहिए, जिसका लालन पालन करना उसका कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण करने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ व शुद्ध पर्यावरण ही मानव सभ्यता का संरक्षण कर सकता है। पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ने से मानव सभ्यता का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति को सजाना संवारना प्रत्येक व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है।बोले,आइए, ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर प्रकृति संरक्षण के प्रति सजग बनकर अपना योगदान दें ।

आपको बता दें पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति अधिक से अधिक लोग जागरुक हों, इस उद्देश्य को लेकर ही सन् 1974 से प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। वैसे सोचा जाए तो पर्यावरण के प्रति सचेत होने की सीख पूरे विश्व को साल 2020 से कोरोना महामारी के प्रकोप से अच्छे से मिल गई है। पर्यावरण की महत्ता को समझाने के अति महत्वपूर्ण काम की शुरुआत 1972 में संयुक्त राष्ट्र के विश्व पर्यावरण सम्मेलन से हुई थी। उसके बाद से संयुक्त राष्ट्र द्वारा पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाओं, पारिस्थितिकी तंत्र प्रबंधन, पर्यावरण अभिशासन, रसायनों और अपशिष्टों के प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधनों का दक्षता से दोहन आदि मुद्दों पर निरंतर पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किए जाते रहे हैं।

इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष नरेश यादव, कार्यकारी अध्यक्ष राकेश गर्ग पार्षद, महामंत्री प्रदीप गोयल, संदीप गोयल, सचिन पंडित, गजेंद्र शर्मा, अमित अग्रवाल, मनोज मेहरा, शैलेष बंसल, अंकुर त्यागी, अरुण कोहली आदि उपस्थित रहे।

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