अप्रैल फूल नहीं अप्रैल कूल बोलिए।एक अप्रिल के दिन पर समाज सेविका मनीषा बत्रा द्वारा अनोखी पहल, पौधा लगाकर मनाया।

रूड़की।यूँ तो एक अप्रिल को लोग अप्रिल फूल दिवस के नाम से भी जानते हैं जहाँ बड़े क्या बच्चे क्या सब ही एक दूसरे को मस्ती मज़ाक़ करके इस दिन को मनाते हैं। लेकिन शायद शहर में आज पहली बार इस दिन को भी एक नया,अनोखा रूप देने की कोशिश करी कुछ महिलाओं ने।आज के दिन कुछ महिलाओं ने मिलकर सोचा क्यों ना फूल दिवस पर फूल ही लगायें जायें।वृक्षारोपण कर एक नई पहल की शुरूआत किया गया।

इस अवसर पर समाजसेविका मनीषा बत्रा ने अपनी साथी महिलाओं के साथ मिलकर पौधारोपण किया उन्होंने कहा की पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए समाज के हर व्यक्ति को एक पेड़ लगाना चाहिए। मार्च माह से ही भीषण गर्मी को महसूस किया जा रहा है। जो कहीं ना कहीं पर्यावरण का असर है। उन्होंने कहा कि हम ही नहीं समाज के हर व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम 10 पेड़ लगाना चाहिए। जो पेड़ आज लगाए जा रहे हैं उसकी उपयोगिता लोग भविष्य में महसूस करेगें। कहा कि पर्यावरण प्रदूषित होने से नाना प्रकार के रोगों का लोग शिकार हो रहे हैं। पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता हैं।देश में जंगलों की कटाई बड़ी तेजी से हो रहा है। जिसे रोका जाना चाहिए। हरे पेड़ कटने से इसका असर पर्यावरण पर पड़ा है। इसलिए जीवन जीने के लिए पेड़ों को लगाना अत्यंत आवश्यक है। एक पेड़ एक पुत्र के समान होता है।

इस दौरान समाजसेविका श्रीमती मनीषा बत्रा,पूर्व पार्षद किरण भाटिया, छवि दमयंती,स्वीटी,मीनाक्षी,पूजा,वीना आदि महिलाएँ मौजूद रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *