
रूड़की। मित्रों, अगस्त माह प्रारंभ होते ही डेंगू की आहट सुनाई देने लगी है।आपको स्मरण होगा कि पिछले 3-4 वर्षोँ में इन्हीं दिनों में हमारे अपने परिवारजन,मित्र,संबंधियों में कोई न कोई डेंगू की चपेट में आया है और कई घरों में तो इसके कारण ठीक प्रकार से दीपावली और अन्य त्यौहार भी नही मनाये जा सके डेंगू फैलने का मुख्य कारण बरसात के बाद होने वाली गर्मी से पैदा होने वाले डेंगू का मच्छर है जिसकी क्षमता साल दर साल बढ़ती जा रही है और हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती जा रही है।
क्या हम इस वर्ष भी विगत वर्षों की भांति अपने प्रियजनों के डेंगू की चपेट में आने का इंतजार करें या समाज के एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए डेंगू के मच्छर को पैदा होने से रोकने के लिए मिलकर प्रयास करें ?
सिर्फ प्रशासन के भरोसे न रहकर इस विषय मे हम सभी को जागरूक होकर अपनी जिम्मेदारी निभानी की आवश्यकता है
हमारे घरों,कॉलोनी,आसपास के क्षेत्र आदि में किसी भी कारण से एकत्र होने वाले साफ पानी में पनपने वाला डेंगू का लार्वा हम सभी के प्रयास और सहयोग से रोकना सम्भव है, सिर्फ इस विषय मे जागरूकता की कमी है।
डेंगी के कारण और लक्षण
यह देखा गया है कि डेंगी बुखार उचित चिकित्सा देखभाल द्वारा उपचार योग्य है, लेकिन यदि इलाज न किया जाए तो यह गंभीर हो सकता है। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण हैं कि डेंगी के लक्षणों के बारे में जानकारी हो ताकि इसकी पहचान प्रारंभिक तौर पर हो सकें। आइए ऐसे कुछ लक्षणों को देखें जो डेंगी को इंगित करते हैं:
डेंगी से पीड़ित लोगों में सामान्यतः निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं:
1. तेज़ बुखार
2. सरदर्द
3. उल्टी
4. मांपेशियों तथा हड्डियों में दर्द
5. त्वचा पर रैशेस
हालांकि ये लक्षण डेंगी की ओर इशारा कर भी सकते हैं और नहीं भी, इसलिए इस बात की सलाह दी जाती है कि इनमें से एक या अधिक लक्षणों का अनुभव होने ख़ून की जांच करवा लें। हालांकि ये बिमारी के प्रारंभिक लक्षण होते हैं। कभी कभी लोग इन बातों को नज़रअंदाज़ करते हैं और ऐसा करने से डेंगी के गंभीर रूप विकसित हो जाते हैं, जिनके निम्न लक्षण होते हैं:
1. रक्तस्त्राव
2. ब्लड प्लेटलेट्स का स्तर कम होना
3. ब्लड प्लाज़मा लिकेज
4. ब्लड प्रैशर कम होना।
हर किसी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि डेंगी एक खतरनाक बिमारी है प्रारंभिक लक्षणों पर ही तत्काल चिकित्सा परामर्श लेना चाहिए| उपाय करने से सावधानी बरतना हमेशा बेहतर होता है।
डेंगू से बचने के उपाय-
कूलर, पानी की टंकी, फ्रिज की ट्रे, पक्षियों/जानवरों के पानी पीने के बर्तनों, फूलदान,टूटे बर्तन,टायर, नारियल के खोल आदि में 2-3 दिन रुके हुए साफ पानी में डेंगू का लार्वा पनपता है आज ही अपने घर,कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान, कॉलोनी, मुहल्ले में अभियान चलाकर जहाँ भी इस प्रकार से रुका हुआ साफ पानी या डेंगू का लार्वा दिखे,उसे तुरंत नष्ट कर दें।
सप्ताह में 2-3 बार इस कार्य को दोहराएं।
सभी मिलकर प्रयास करेंगे तो ड़ेंगू पर लगाम लगाना संभव है।