
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी दलों के प्रमुखों को 19 जून को आमंत्रित किया है। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा है कि जिन पार्टियों के अध्यक्ष नहीं हैं, वे अपने प्रतिनिधि को भेजें। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के संदर्भ में उपजे भ्रम के मद्देनजर पीएम मोदी का यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हालांकि कुछ लोग इस बयान को भाकपा और माकपा जैसे दलों के संदर्भ में भी जोड़कर देख रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि वामदलों में पार्टी के अध्यक्ष का पद नहीं होता है। हालांकि 17 जून से संसद का सत्र शुरू होने जा रहा है। लेकिन राहुल गांधी के कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर असमंजस बरकरार है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई लोकसभा के पहले सत्र की पूर्वसंध्या पर रविवार को सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर तथा अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए 19 जून को सभी दलों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है। पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा में इस बार कई नये चेहरे हैं और निचले सदन का प्रथम सत्र नये उत्साह और सोच के साथ शुरू होना चाहिए।