रुड़की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 111 वें एपिसोड का आज प्रसारण हुआ। लोकसभा चुनाव के बाद प्रसारित हो रहे इस एपिसोड की शुरुआत में PM ने कहा कि चार महीने बाद आज फिर परिवारजन के बीच हूं। इस दौरान उन्होंने पेरिस ओलिंपिक में जाने वाले भारतीय दल को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस बार ओलिंपिक में कुछ चीजें पहली बार देखने मिलेंगी। इससे पहले फरवरी में प्रोग्राम हुआ था। तब PM मोदी ने कहा था कि राजनीतिक मर्यादा का पालन करते हुए लोकसभा चुनाव के इन दिनों में तीन महीने ‘मन की बात’ का प्रसारण नहीं होगा।
विधायक प्रदीप बत्रा ने भी पीएम मोदी के मन की बात का प्रसारण सुना उन्होंने कहा आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मन की बात कार्यक्रम प्रेरणादायक होता है।कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी सभी देशवासियों के मन में एक साकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
मोदी ने मन की बात में इन मुद्दों पर चर्चा की…
लोकसभा चुनाव पर : मैं देशवासियों को धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया है। 2024 का चुनाव, दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था।दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ, जिसमें, 65 करोड़ लोगों ने वोट डाले हैं। मैं चुनाव आयोग और मतदान की प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति को इसके लिए बधाई देता हूं।
हूल दिवस पर : आज 30 जून का ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन ‘हूल दिवस’ के रूप में मनाते हैं। यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है, जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरजोर विरोध किया था। वीर सिद्धो-कान्हू ने हजारों संथाली साथियों को एकजुट करके अंग्रेजों से 1855 में विदेशी शासकों के खिलाफ हथियार उठा लिया था।
पेरिस ओलिंपिक पर : अगले महीने इसी समय तक पेरिस ओलिंपिक शुरू हो जाएंगे। मैं भारतीय दल को शुभकामनाएं देता हूं। इस बार हमारा हैशटैग #Cheer4Bharat है। इसके जरिए हमें अपने खिलाड़ियों को चीयर करना है। टोक्यो की यादें अब तक ताजा हैं। तभी से हमारे खिलाड़ी तैयारियों में जुटे थे। 900 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है। इस बार कुछ चीजें पहली बार देखने मिलेंगी।
पर्यावरण दिवस पर : विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया है, इस का नाम है- एक पेड़ मां के नाम। मैंने भी एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाया है। पिछले एक दशक में भारत में सबके प्रयासों से वन क्षेत्र का विस्तार हुआ है। अमृत महोत्सव के दौरान, देशभर में 60 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर भी बनाए गए हैं। अब हमें ऐसे ही मां के नाम पर पेड़ लगाने के अभियान को गति देनी है।
कुवैत रेडियो के हिन्दी शो पर: कुवैत सरकार ने अपने नेशनल रेडियो पर एक कार्यक्रम शुरू किया है, और वह भी हिन्दी में। कुवैत रेडियो पर हर रविवार को इसका आधे घंटे टेलीकास्ट किया जाता है। इसमें भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रंग शामिल होते हैं। हमारी फिल्में और कला जगत से जुड़ी चर्चाएं वहां भारतीय समुदाय के बीच बहुत लोकप्रिय हैं।
योग दिवस पर : इस महीने पूरी दुनिया ने 10वें योग दिवस को उत्साह के साथ मनाया है। मैं भी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में योग कार्यक्रम में शामिल हुआ था। कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहनों-बेटियों ने भी योग दिवस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हर साल योग दिवस में नए-नए रिकॉर्ड्स बन रहे हैं।
रेडिया के संस्कृत बुलेटिन की सिल्वर जुबली पर : आज संस्कृत से जुड़ा एक खास अवसर है। आज 30 जून को आकाशवाणी का संस्कृत बुलेटिन अपने प्रसारण के 50 साल पूरे कर रहा है। 50 साल से लगातार इस बुलेटिन ने कितने ही लोगों को संस्कृत से जोड़े रखा है। मैं ऑल इंडिया रेडियो परिवार को बधाई देता हूं। संस्कृत की भारतीय ज्ञान-विज्ञान की प्रगति में बड़ी भूमिका रही है। आज के समय की मांग है कि हम संस्कृत को सम्मान भी दें, और उसे अपने जीवन से भी जोड़ें।
अरकू कॉपी पर : भारत के कई प्रोडक्ट्स की दुनिया-भर में बहुत डिमांड है। ऐसा ही प्रोडक्ट है अरकू कॉफी। यह आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीता राम राजू जिले में पैदा होती है। ये अपने रिच फ्लेवर-अरोमा के लिए जानी जाती है। अरकू कॉफी की खेती से करीब डेढ़ लाख आदिवासी परिवार जुड़े हुए हैं।