
रुड़की।आज रुड़की दिल्ली रोड स्थित लॉज जनरल विलियम नम्बर-151 का यूनिवर्सल ब्रदरहुड दिवस मनाया गया।इस अवसर पर लॉज द्वारा निशुल्क डिजिटल हेल्थ चेकअप कैम्प एवं छाता वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने कैम्प का उद्घाटन किया।इस डिजिटल हेल्थ चेकअप मशीन की विशेषता है मशीन द्वारा सभी जाँच कर के रिपोर्ट को मोबाइल पर दे देना।इस अवसर पर विधायक बत्रा ने कहा की सेवा भाव की मिसाल पेश कर रहा है लॉज जनरल विलियम।आपको बता दें सेवा के भाव से इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में चार सौ बरस पहले स्थापित हुई फ्रीमैसंस संस्था का ‘पौधा’ रुड़की में भी पल्लवित हो रहा है। संस्था के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सबसे पहले वर्ष 1963 में बीईजी कमांडेंट जनरल विलियम्स ने फ्रीमैसंस सोसायटी की स्थापना की थी। बिझौली गांव में बनाया गया जनरल विलियम्स लॉज (चिकित्सालय) अब सोसायटी के इसी सेवा भाव के काम को नाम मात्र का शुल्क लेकर आगे बढ़ा रहा है।
संस्था के पदाधिकारियों की और से बिझौली में बनाए गए शानदार जनरल विलियम्स लॉज में लोगों को चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जा रही है। जल्द इसमें मानव सेवा से जुड़े नये आयाम स्थापित करने की योजना है। फिलहाल यहां लोगों को होम्योपैथी का इलाज और फिजियोथैरेपी की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए संस्था ने चिकित्सक तैनात किए हैं। इस सोसायटी के प्रधान रहे हेमंत अरोड़ा ने बताया कि बिझौली गांव में 19 फरवरी-2015 को लॉज का भवन लोगों के लिए समर्पित किया। तब से यहां होम्योपैथी और फिजियोथैरेपी की सुविधा दी जा रही है। इसका आसपास के ग्रामीणों का लाभ मिल रहा है। जल्द चिकित्सा सुविधा के लिए अन्य योजनाएं संचालित की जाएंगी। इस संस्था से अनंत प्रकाश बीएस गुप्ता, आलोक गुप्ता, एमएल मल्होत्रा, जस्टिस बीएम वर्मा, यूवीएस पुंडीर,अनिल जैन, पवित्र अरोड़ा और प्रमोद कीर आदि जुड़े हैं।
16वीं शताब्दी में स्कॉटलैंड से हुई थी शुरुआत
फ्रीमैसंस सोसायटी की स्थापना 16वीं शताब्दी में स्कॉटलैंड और इंग्लैंड में हुई थी। भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ 18वीं शताब्दी में इसका पदार्पण हुआ था। इसके बाद स्वामी विवेकानंद, मोती लाल नेहरू, जेआरडी टाटा समेत कई हस्तियां इस संस्था के सदस्य में शामिल हुए। हेमंत अरोड़ा ने बताया कि सोसायटी का मूल मंत्र मेकिंग गुड मैन बेटर है। रुड़की स्थित लॉज में होने वाली बैठकों में गुरु ग्रंथ साहिब, गीता, कुरान और बाइबल रखी जाती है। बिना जातिगत भेदभाव को लोगों की सेवा लॉज का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि देशभर में इस सोसायटी के करीब 22 हजार सदस्य हैं।