रूड़की।भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज पुण्यतिथि है. राजा महेंद्र प्रताप इंटर कॉलेज,नारसन में इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे मंत्री रेखा आर्या मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं।मंत्री रेखा आर्य,नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने भाजपा के साथियों के साथ पौधारोपण कर श्रधांजलि दी।आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उन्हें नमन किया.
विधायक बत्रा ने कहा की डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्यतिथि पर नमन. उनके विचार और लोगों की सेवा के लिए इच्छाशक्ति हमें हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे, राष्ट्र की एकता के लिए उनके द्वारा किए गए योगदान को नहीं भुलाया जाएगा, राष्ट्रीय एकता व अखंडता के पर्याय, महान शिक्षाविद्, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि.
कौन थे श्यामा प्रसाद मुखर्जी?
आपको बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे. भारतीय जनसंघ से ही बाद में भारतीय जनता पार्टी का उदय हुआ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अगुवाई में जनसंघ ने देश के बंटवारे का विरोध किया.कश्मीर में धारा 370 के खिलाफ श्यामा प्रसाद मुखर्जी वो पहले शख्स थे, जिन्होंने सबसे पहले इसके खिलाफ आवाज उठाई थी।जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने और ‘एक देश में दो विधान , दो प्रधान , दो निशान- नहीं चलेंगे नहीं चलेंगे’ का नारा बुलंद करने वाले डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी की जम्मू-कश्मीर की जेल में हुई मौत
यूं तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तबकी कांग्रेस सरकार की नीतियों की आलोचना की, हालांकि वो पहली केंद्रीय कैबिनेट का हिस्सा भी रहे. लेकिन, जम्मू-कश्मीर के मसले पर उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा दिया. 1953 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकले, जहां उन्हें गिरफ्तार किया गया था. 23 जून, 1953 में जेल में ही उनकी मौत हो गई थी.
इस अवसर पर भाजपा ज़िलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति,रुड़की मण्डल अध्यक्ष संजय त्यागी,संजीव तोमर,ज़िला महामंत्री प्रवीण सिंधू,अरविंद गौतम,डॉक्टर अनिल शर्मा,सुशील त्यागी,सुशील राठी मुख्य रूप से मौजूद रहे।