
रुड़की।आरएसएस की रुड़की शाखा की ओर से प्रेम मंदिर, सिविल लाइंस में हिंदू साम्राज्य दिवस मनाया गया. इस अवसर पर बौद्धिक आदरणीय किसलय क्रांतिकारी जी,विधायक प्रदीप बत्रा, नगर कार्यवाह आदरणीय जल सिंह सैनी जी एवं अन्य स्वयं सेवक उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि आज का दिवस हिंदू समाज के लिए गर्व का दिन है. आज से 351 वर्ष पूर्व सन 1674 में छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था. इसी याद में संघ परिवार ने प्रतिवर्ष अपने छः प्रमुख उत्सव में एक हिंदू सम्राज्य दिवस को मनाता है. संघ ने राष्ट्र निर्माण के अपने अनवरत, अथक प्रयास के 96 वें वर्ष में प्रवेश किया है. हम सबों को यह संकल्प लेने की आवश्यकता है कि कर्मयोगियों एवं भारत मा के सपूतों से विरासत में मिले विचारों को नवीन पीढ़ी के स्वयंसेवकों तक पहुंचाए. अन्यथा यह विचार लुप्तप्राय हो जायेगा. भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज के उस देश काल खंड के प्रासंगिक विचार एवं आचरण का अनुसरण करना अत्यंत जरूरी है. शिवाजी महाराज का समूचा व्यक्तित्व सम्पूर्ण हिन्दू समाज के लिए आज भी मूर्तिमंत आदर्श है. उन्होंने क्षत्रपति महाराज की पूरी जीवनी बताते हुए कहा कि वीर शिवाजी औरंगजेब के दरबार से छूट कर निकल आए और पुनः संघर्ष के पश्चात अपना सिंहासन प्राप्त किया. इसी का परिणाम यह हुआ कि देश भर में अनेकों राजा आपसी कलह भूल कर एकजुट होने लगे. नतीजतन विदेशी आक्रांताओं को राजस्थान से भागना पड़ा. आज उनके प्रत्येक अंश हमारे लिये दिग्दर्शक है. उस चरित्र की, उस नीति की, उस कुशलता की, उस उद्देश्य के पवित्रता की आज आवश्यकता है. वर्तमान परिप्रेक्ष्य में स्वयंसेवक शिवाजी महाराज के कृतत्व, उनके गुण, उनके चरित्र के द्वारा मिलनेवाले दिग्दर्शन को आत्मसात कर, समाज जीवन के लिये अनुकरणीय बनें, यही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्य उद्देश्य भी है. इस अवसर पर बौद्धिक आदरणीय किसलय क्रांतिकारी जी, नगर कार्यवाह आदरणीय जल सिंह सैनी जी एवं अन्य स्वयं सेवक उपस्थित रहे।