राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ रुड़की ने मनाया विजयदशमी महोत्सव एवं स्थापना दिवस। विकास और अंत्योदय के प्रति संघ की प्रतिबद्धता प्रेरणादायक-प्रदीप बत्रा

रुड़की।आज दोपहर नेहरू स्टेडियम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ रुड़की द्वारा विजयादशमी उत्सव एवं संघ का स्थापना दिवस मनाया गया।वर्तमान परिस्थितियों में हिंदू समाज की संगठित शक्ति ही सभी समस्याओं का निदान है। यह बात संघ के सामाजिक समरसता प्रमुख स्थल पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आयोजित विजय दशमी महोत्सव पर कही। उन्होंने कहा दशमी के दिन राक्षसी प्रवृत्ति पर विजय प्राप्त की गई।कार्यक्रम में मुख्य रूप से नगर संघचालक जल सिंह,नगर कार्यवाह नितिन,नगर विधायक प्रदीप बत्रा मौजूद रहे। उन्होंने कहा सभी मानवीय मूल्यों को कुचल कर सद्गुण और सब परवर्ती को स्थान देने वाले उन्मत्त रावण को इसी दिन प्रभु श्रीराम ने रक्त स्नान कराया था तथा 33 कोटी देवताओं को मुक्त किया था। 12 वर्ष के वनवास तथा 1 वर्ष के अज्ञातवास के पश्चात पांडवों द्वारा शमी वृक्ष पर छिपाकर रखे अपने अस्त्रों का पूजन इसी दिन किया था। विपरीत परिस्थितियों के होते हुए भी हिंदुत्व का स्वाभिमान लेकर हिंदू पद पादशाही की स्थापना करने वाले शिवाजी द्वारा सीमा लंगन परंपरा का प्रारंभ इसी दिन किया गया। शुभ सात्विक एवं राष्ट्रीय गौरवकारी कार्य को प्रारंभ करने के लिए इस दिन का मुहूर्त सर्वोत्तम माना गया है। इसी से प्रेरणा लेकर 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना डॉ. केशव राम बलिराम हेडगेवार ने इस उद्देश्य से की। आज देश में फैली संग शाखाएं विश्व हिंदू परिषद, विद्यार्थी परिषद, भारतीय मजदूर संघ, वनवासी कल्याण आश्रम, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, सेवा भारती, संस्कार भारती, भारत विकास परिषद के रूप में दिखाई देती है। कार्यक्रम में सैकड़ों गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने योग आसन आदि का प्रदर्शन किया।