प्रधानमंत्री मोदी के मेरा बूथ सबसे मज़बूत कार्यक्रम को रुड़की में भाजपाइयों ने सुना।विधायक प्रदीप बत्रा रहे मुख्यअतिथि।

रुड़की।आज प्रातः 10:00 बजे रुड़की में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के कार्यक्रम मेरा बूथ सबसे मजबूत” का कार्यक्रम आयोजन होटल डायमंड निकट गणेश चौक और होटल डा विंची आदर्श नगर रुड़की में आयोजित किया गया। जिसमें रूड़की के  विधायक प्रदीप बत्रा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. कार्यक्रम अध्यक्षता रूडकी जिले के जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति एव भाजपा के प्रदेश मंत्री रूडकी जिले के प्रभारी आदेश चौहान ने किया। कार्यक्रम को बड़ी स्क्रीन एलइडी लगाकर आयोजित किया गया।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं पहुँचे।आपको बता दें आज प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान के अंतर्गत लगभग 10 लाख बूथों पर देशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को वर्चुअल संबोधित किया।

भाजपा की सबसे बड़ी ताकत आप सभी कार्यकर्ता हैं. आज मैं एक साथ बूथ पर काम करने वाले 10 लाख कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहा हूं. शायद किसी भी राजनीतिक दल के इतिहास में जमीनी स्तर पर व्यवस्थित रूप में इतना बड़ा कार्यक्रम कभी नहीं हुआ होगा जितना बड़ा आज यहां हो रहा है.

पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें:

* कार्यकर्ता के दिल में और ज्यादा काम करने की भूख होना… ये बहुत बड़ी ताकत है. भारत विकसित तभी होगा जब गांव विकसित होगा. इसके लिए छोटे छोटे प्रयास भी बहुत बड़ा असर दिखा सकते हैं जैसे- हमारा गांव कैसे हरा-भरा हो, सोलर को कैसे बढ़ाएं…सोलर एनर्जी की कैसे आदत डालें. बैंकों से मदद कैसे दिलवाएं… भाजपा कार्यकर्ता ये सोचें कि मेरे बूथ में कोई बच्चा ड्रॉप आउट नहीं होगा. बेटा हो या बेटी… हर शत-प्रतिशत शिक्षित होगा. ये सेवा भी होगी और भाजपा का भी काम हो जाएगा.

* हमारा लक्ष्य किसी लाभार्थी को एक योजना का लाभ देना नहीं है, हमारा लक्ष्य saturation का है… शत-प्रतिशत कवरेज का है. हर सुविधा का लाभ… जिस भी सुविधा का उसको अधिकार है, उस सुविधा का शत-प्रतिशत लाभ पहुंचाना हमारा लक्ष्य है.

* जिसको घर मिल गया है तो देखिए कि क्या उसको मुद्रा योजना का लाभ मिल सकता है या नहीं, क्या उसके पास आयुष्मान कार्ड है या नहीं. ये सब भाजपा का बूथ कार्यकर्ता अगर दायित्व समझ कर करता है तो सरकार की योजनाओं का सही लाभ, सही लोगों को, सही समय पर मिल सकता है. हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमको गरीब को मुसीबतों से मुक्त करना है.

* एक तरफ इस तरह के लोग हैं जो तुष्टिकरण कर अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं और दूसरी तरफ हम भाजपा के लोग हैं… हमारे संस्कार अलग हैं, हमारे संकल्प बड़े हैं और हमारी प्राथमिकता दल से पहले देश की है. हम मानते हैं कि जब देश का भला होगा तो सबका भला होगा. भाजपा ने यह तय किया है कि हमें तुष्टिकरण के रास्ते पर नहीं चलना है. देश का भला करने का रास्ता तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण है.

* गरीब को गरीब बनाये रखने, वंचित को वंचित बनाए रखने से ही उनकी राजनीति चलती है. तुष्टिकरण का ये रास्ता कुछ दिनों के लिए तो फायदा दे सकता है, लेकिन ये देश के लिए महाविनाशक होता है. ये देश के विकास को रोक देता है, देश में भेदभाव बढ़ाता है, देश में तबाही लाता है… समाज में दीवार खड़ी करता है.

* कुछ लोग सिर्फ अपने ही दल के लिए जीते हैं, दल का ही भला करना चाहते हैं और वो ये सब इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें भ्रष्टाचार का, कमीशन का, कट मनी का हिस्सा मिलता है. उन्होंने जो रास्ता चुना है उसमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती और ये रास्ता है तुष्टिकरण का.

जो लोग तीन तलाक की वकालत करते हैं वे वोटबैंक के भूखे लोग हैं, और वे मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं… तीन तलाक पूरे परिवार को नष्ट कर देता है. मुस्लिम बहुल देशों ने भी तीन तलाक पर प्रतिबंध लगा दिया है. हाल ही में, मैं मिस्र में था… उन्होंने लगभग 80-90 साल पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था.

समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है. देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है? भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है… सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है कि समान नागरिक संहिता लाओ, लेकिन ये (विपक्षी दल) वोट बैंक के भूखे लोग हैं.

भाजपा के जो घोर विरोधी दल हैं… 2014 हो या 2019 दोनों ही चुनावों में उतनी छटपटाहट नहीं दिखी जितनी आज दिख रही है. जिन लोगों को कुछ लोग पहले अपना दुश्मन बताते थे, पानी पी-पी कर गाली देते थे, आज उनके सामने साष्टांग प्रणाम कर रहे हैं. उनकी ये बेचैनी दिखलाती है कि देश की जनता ने 2024 के चुनाव में भाजपा को वापस लाने का मन बना लिया है. 2024 में फिर एक बार भाजपा की प्रचंड विजय तय है, इसी वजह से तमाम विपक्षी दल बौखलाए हुए हैं.

आजकल एक नया शब्द बहुत प्रचलित हो रहा है- वो शब्द गारंटी हैं, ये विपक्षी दल की किसी चीज की गारंटी हैं… ये गारंटी भ्रष्टाचार की, लाखों-करोड़ रुपयों के घोटालों की है. कुछ दिन पहले इनका एक ‘फोटो ऑप’ कार्यक्रम हुआ था उसमें उन सब का मिल कर टोटल लगाएंगे तो ये सारे मिल कर 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले की गारंटी हैं. कांग्रेस का अकेले ही लाखों करोड़ का घोटाला है.

आज मैं भी एक गारंटी देना चाहता हूं. अगर उनकी(विपक्ष) घोटाले की गारंटी है, तो मोदी की भी एक गारंटी है और मेरी गारंटी है- हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की गारंटी. हर चोर-लूटेरे पर कार्रवाई की गारंटी, जिसने गरीब को लूटा है, देश को लूटा है उसका हिसाब तो होकर ही रहेगा. आज जब जेल की सलाखें सामने दिख रही हैं तब जाकर इनकी ये जुगलबंदी हो रही है.

आप सिर्फ बीजेपी ही नहीं देश के संकल्पों की सिद्धि के भी मजबूत सिपाही हैं. भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए देशहित सर्वोपरि है, दल से बड़ा देश है. जहां दल से बड़ा देश हो… ऐसे कर्मठ कार्यकर्ताओं से बात करना मेरे लिए भी एक मंगल उत्सव है… मैं भी बड़ा उत्सुक हूं.

बूथ अपने आप में एक बहुत बड़ी इकाई है और हमें कभी भी बूथ की इस इकाई को छोटा नहीं समझना चाहिए. बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जहां जमीनी फीडबैक बहुत जरूरी होता है और जो बूथ के हमारे साथी हैं, वो इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अगर कोई सफल नीति बनाता है तो मान लेना कि इसमें बूथ स्तर की जानकारी की बहुत बड़ी ताकत होती है. हम उनमें से नहीं है जो एसी वाले कमरों में बैठ कर पार्टियां चलाते हैं और फतवे निकालते हैं. हम तो वो लोग हैं जो गांव-गांव जा कर हर मौसम, हर परिस्थिति में… जनता के बीच खुद को खपाते हैं.

भाजपा की बूथ कमेटी की पहचान सेवा से होनी चाहिए, सेवा भाव से होनी चाहिए. बूथ के अंदर संघर्ष की जरूरत नहीं होती है, सेवा ही एक मात्र माध्यम होता है. भारत तभी विकसित देश बनेगा जब हमारे गांव विकसित होंगे.