संत रविदास ने बिना भेदभाव के आपसी प्रेमभाव की शिक्षा दी,विधायक प्रदीप बत्रा ने संत रविदास घाट पर किया भव्य-आरती में प्रतिभाग।

रुड़की।विधानसभा रुड़की में संत रविदास घाट पर धूमधाम से मनाई गई रविदास जयंती, बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए विधायक प्रदीप बत्रा, बोले संत शिरोमणि गुरु रविदास जी ने बिना भेदभाव के आपसी प्रेमभाव की शिक्षा दी।

रविदास जयंती पर रविदास घाट पर शाम आरती का आयोजन किया गया एवं शहर में शोभायात्रा निकाली गई। नगर विधायक प्रदीप बत्रा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान विधायक बत्रा ने कहा कि संत रविदास ने बिना भेदभाव के आपसी प्रेमभाव की शिक्षा दी। संत रविदास का काव्य हमें आडंबर छोड़कर सरल जीवन जीने की प्रेरणा देता है। निर्गुण भक्ति शाखा के महान कवि एवं संत शिरोमणि रैदास (संत रविदास) उन महान पुरुषों में से एक है, जिन्होंने समाज की धारा का रुख मोड़ दिया था। उनके द्वारा गाए दोहों और पदों से आम जनता का उध्दार हुआ।इस दौरान उन्होंने कहा कि संत रविदास ने भेदभाव दूर करने के लिए भारत में अवतार लिया था। रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी थे। वो निर्गुण संप्रदाय अर्थात् संत परंपरा में एक चमकते नेतृत्वकर्ता और प्रसिद्ध व्यक्ति थे तथा उत्तर भारतीय भक्ति आंदोलन को नेतृत्व देते थे। अत्यंत सहृदयी स्वभाव के रैदास को संत कबीर का समकालीन माना जाता है। वो भी कबीर की ही भांति कर्म को ही महत्ता देते थे। जात-पात आदि से कोसो दूर रहते थे और लोगों को भी यही सीख देते थे।

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