
रुड़की।विधायक प्रदीप बत्रा ने आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर रुड़की में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि समाज में व्याप्त भ्रांतियों और कुरीतियों को आर्य समाज ने कम किया, आर्य समाज ने राष्ट्र की विरासत और वेद को प्रकाश में लाने का काम किया है। वे इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
गुलामी के दौर में स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिखाया रास्ता
विद्यायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि वे आर्य समाजियों की शक्ति को नमन करने के लिए आए हैं।विधायक बत्रा ने राष्ट्र की स्वाधीनता में आर्य समाज के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि गुलामी के दौर में स्वामी दयानंद सरस्वती ने देश को रास्ता दिखाया। महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय जैसे कई नेताओं ने आर्य समाज से प्रेरणा ली। आजादी की लड़ाई को दयानंद सरस्वती ने धर्मयुद्ध का नाम दिया। जब देश में कुरीतियां थी तब राष्ट्र को जगाने का काम आर्य समाज ने किया। राष्ट्र की विरासत को, वेद को प्रकाश में लाने का काम आर्य समाज ने किया।विधायक बत्रा ने आर्य समाज को आधात्मिक राष्ट्रवाद बताया और कहा कि यह सब इसलिए हो पाया क्योंकि आपने और आपके पुरखों ने जीवन खपा दिया।