उत्तराखंड विधानसभा में भू-कानून बिल पास होने पर विधायक प्रदीप बत्रा ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से भेंट कर बधाई व शुभकामनाएं दी

देहरादून।विधानसभा में सख्त भू-कानून (उत्तराखंड उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, 1950 संशोधन विधेयक, 2025) के ध्वनिमत से पारित होने पर आज रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर बधाई व शुभकामनाएँ दी।उन्होंने कहा यह संशोधन जनभावनाओं का प्रतिबिंब है। हमारी सरकार प्रदेश की सांस्कृतिक एवं भौगोलिक पहचान को बनाए रखने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।आपको बता दें उत्तराखंड विधानसभा में आज राज्य में उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम व्यवस्था-1950) (सशक्त भू-कानून) के विधेयक को मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि इस नए कानून से उत्तराखंड में बाहरी लोगों द्वारा अंधाधुंध भूमि खरीद पर रोक लगेगी। पहाड़ी क्षेत्रों में भूमि का बेहतर प्रबंधन होगा। इससे राज्य के निवासियों को अधिक लाभ मिलेगा। भूमि की कीमतों में अप्राकृतिक बढ़ोतरी पर नियंत्रण रहेगा और राज्य के मूल निवासियों को भूमि खरीदने में सहूलियत होगी। सरकार को भूमि खरीद-बिक्री पर अधिक नियंत्रण प्राप्त होगा, जिससे अनियमितताओं पर रोक लगेगी।

धामी सरकार करीब तीन साल से कर रही थी काम

सशक्त भू-कानून की मांग को देखते धामी सरकार करीब तीन साल से काम कर रही थी। वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था, जिसने पांच सितंबर 2022 को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। समिति ने सशक्त भू-काननू को लेकर 23 सिफारिशें की थीं। सरकार ने समिति की रिपोर्ट और संस्तुतियों के अध्ययन के लिए उच्च स्तरीय प्रवर समिति का गठन भी किया था। इससे पहले कृषि और उद्यानिकी के लिए भूमि खरीद की अनुमति देने से पहले खरीदार और विक्रेता का सत्यापन करने के निर्देश भी दिए थे।

 

सशक्त भू-कानून की मांग को देखते धामी सरकार करीब तीन साल से काम कर रही थी। वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था, जिसने पांच सितंबर 2022 को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।