
रुड़की।आज विधानसभा सत्र के दूसरे दिन रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा द्वारा राज्य के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के वेतन संबंधी विसंगति का मुद्दा उठाया।उन्होंने कहा आपको अवगत कराना है कि उत्तराखण्ड प्रदेश में अनेको चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत है जिन्हे वाहन चालक की भांति स्टाफिंग पैटैंट का लाभ प्रदान करने एवं पूर्व में जारी शासनादेश के अनुसार ग्रेड वेतन 2000 को इग्नोर करते हुए समुह (घ) के कर्मचारियों को द्वितीय ए०सी०पी० के रूप अगला ग्रेड वेतन 2400 अनुमन्य कराया जा रहा था परन्तु वर्तमान में समुह (घ) के कर्मचारियों को एम०ए०सी०पी० के अनुरूप 10 वर्ष सेवा पर ग्रेड वेतन 1900 तथा 20 वर्ष की सेवा पर ग्रेड वेतन 2000 अनुमन्य कराया जा रहा है जिससे कर्मचारियों को 20 वर्ष की राजकीय सेवा करने के उपरान्त भी कुल 200 रूपये का लाभ प्राप्त हो रहा है। वही अन्य कई संवर्गो को पदोन्नति / स्टाफिंग पैटर्न के रूप में 4000 से 5000 का लाभ प्रदान किया जा रहा है जिससे राज्य के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अतः महोदय जनहित में राज्य के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की उपरोक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए इनके वेतन में विभिन्न प्रकार की विसंगतियों को दुर कर समस्याओं का निराकरण करने की कृपा करें।