उत्तराखंड में हुई डिजिटल और पेपरलेस विधानसभा की शुरूआत,विधायक प्रदीप बत्रा ने बताया स्वागतयोग्य कदम,कहा-समय की बचत के साथ ही पर्यावरण की भी होगी सुरक्षा।

देहरादून।उत्तराखंड में डिजिटल और पेपरलेस विधानसभा की शुरूआत हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पीकर ऋतु खंडूड़ी की मौजूदगी में मंगलवार को विधानसभा में ई विधान एप्लीकेशन का लोकार्पण किया। इसके बाद अब इस बार का बजट सत्र नेशनल ई विधान एप्लीकेशन के तहत संचालित किया जाएगा। दरअसल केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से पिछले काफी समय से विधानसभा को पेपरलेस करने की कार्यवाही चल रही थी। इसके तहत अब काफी हद तक विधानसभा को पेपरलेस किया जा चुका है। हालांकि विधायकों की सुविधा को देखते हुए इस बार शत प्रतिशत पेपरलेस विधानसभा नहीं है लेकिन अगले कुछ सत्रों के बाद ऐसी स्थिति हो जाएगी। इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, डॉ धन सिंह रावत, रेखा आर्या, सौरभ बहुगुणा और कई विधायक मौजूद रहे।

विधायकों को ऑन लाइन मिलेंगे प्रश्नों के जबाव

विधानसभा के ई एप्लीकेशन के तहत संचालित होने के बाद विधायकों को कार्यसूची, प्रस्ताव, नोटिस, विधानसभा में पूछे गए प्रश्नों के जवाब डिजिटल व ऑनलाइन ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। इसके लिए विधानसभा में विधायकों की टेबल पर टैबलेट लगाए गए हैं। इसके अलावा सदन के दौरान उपयोग में लाए जाने वाले अन्य सभी दस्तावेज डिजिटल रूप से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हालांकि विधायकों की सुविधा को देखते हुए यह कार्य अभी मैन्युअल भी किया जा रहा है।

पुराने रिकार्ड भी ऑन लाइन किए जाएंगे

विधानसभा को ई विधानसभा में बदले जाने के बाद अब राज्य विधानसभा का पुराना रिकार्ड भी आन लाइन किया जा रहा है। इसके साथ ही सदन की पुरानी कार्यवाही को भी डिजिटल रूप में अपलोड करने का काम चल रहा है। आने वाले कुछ समय में यह काम पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही गैरसैंण विधानसभा भवन को भी डिजिटल बनाने का काम चल रहा है।