शहीद स्मारक वट वृक्ष पर शहीदों की याद में हुआ दीपदान कार्यक्रम। शहीदों की कुर्बानी नहीं भुलायी जा सकती- विधायक प्रदीप बत्रा

रुड़की।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकार संगठन की ओर से स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर सुनहरा गांव स्थित शहीद स्थल पर दीप दान एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ आयोजित।इस दौरान विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि वर्ष 1822 के शहीदों की कुर्बानी को कोई कभी नहीं भुला सकता।शहीद स्मारक पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों और लोगों ने शहीदों का याद किया। इस दौरान मुख्य अतिथि विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उस समय लोगों ने खुलकर अंग्रेजी हुकूमत का विरोध किया था, जिसकी वजह से अंग्रेजों ने कई स्थानीय लोगों को फांसी दी और कई को गोलियों से भूना। आपको बता दें वट वृक्ष पर 16 को दी थी फांसी वर्ष 1822 में हरिद्वार और आसपास के गुर्जरों और रांगड़ों ने अंग्रेजों को फसल का टैक्स देना बंद कर दिया था। इस दौरान उन्होंने अंग्रेजी फौजों पर भी हमला किया और टकसाल लूटने लगे थे। स्थानीय लोगों को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भड़कता देख अंग्रेजी शासकों ने सुल्तानपुर के पास बंजारा गांव में नौ लोगों को गोलियों से भून डाला था। स्थानीय गुर्जरों और रांगड़ों में दहशत फैलाने के लिए 16 लोगों को सुनहरा स्थित वट वृक्ष पर लोहे की शंकल से लटकाकर फांसी दी थी। बताया जाता है कि फांसी देने के बाद शव को कई दिन तक इस वट वृक्ष पर ही लटकाए रख गए। यही वजह है अब भी इस वृक्ष पर शंकल के निशान दिखते हैं। अब इस स्थल को शहीद स्थल के रूप में विकसित किया गया है। हर साल यहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।