रुड़की में पंजाबी सभा द्वारा आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति सम्मान समारोह बैठक का आयोजन।विधायक प्रदीप बत्रा समेत अन्य लोगों ने विभाजन के पीड़ितों को किया याद

रुड़की।आज समस्त पंजाबी समाज द्वारा हर्मिलाप धर्मशाला रुड़की में तृतीय विभाजन विभीषिका स्मृति सम्मान समारोह पर बैठक का आयोजन किया गया।।विधायक प्रदीप बत्रा समेत समस्त पंजाबी समाज ने देश के विभाजन में मारे गए लोगों को याद किया,उन्हें श्रद्धांजलि दी ।उन्होंने कहा की विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश की बलि चढ़ गया। इसके साथ ही इस दिन उन लोगों के उत्पीड़न और संघर्ष की भी याद आती है, जिसमें किसी भी व्यक्ति का उत्पीड़न झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।आपको बता दें केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार बीते साल विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए इस त्रासदी के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया था. वहीं इस बार भी स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले उत्तराखण्ड के सभी जिलों में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया जाएगा।वहीं नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने विभाजन काल की विभिषिका को याद करते हुए विभाजन के काल की विभिषिका को याद किया है. उन्होंने कहा ‘देश के इतिहास में 14 अगस्त की तिथि कभी न भूलने वाली तिथि है.विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक याद करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन। ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर बलिदान हुए सभी नागरिकों को विनम्र श्रद्धांजलि!, इस क्रूर-वीभत्स यातना के साक्षी सभी नागरिकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.’
इस अवसर पर दिनेश मंसेरा,हंसराज सचसेवा,सुभाष सरीन,जगदीश मेंहदीरत्ता,प्रदीप सचदेव,सरदार सुरजीत सिंह,इंदर बधान,प्रभजोत नामधारी,हेमंत अरोड़ा,सतपाल बाटला,रमन गोगिया,चंदन अनेजा,गुलशन अनेजा,नवीन गुलाटी,अशोक चौहान,भारत कपूर,दीपक अरोड़ा,दमन सरीन,सुनील अरोड़ा,सुरेंद्र अरोड़ा,सचिन बत्रा,गगन आहूजा,हरीश शर्मा,ईश्वर लाल शास्त्री ,कमल दुआ, सार्थक छाबड़ा,राजेश नरूला,अंकुर मिनोचा,सतपाल अरोड़ा,सरदार सतवीर सिंह,पंकज नंदा,पूजा नंदा,अंकित कालरा आदि लोग मौजूद रहे।